कुछ दिन पहले एक ग्राहक के साथ ₹1.20 लाख का ऑनलाइन फ्रॉड हुआ, ग्राहक के अकाउंट का स्टेटमेंट देखने पर मुझे भी काफी आश्चर्य हुआ फ्रॉड करने वाला इतना हरामि था की आखिरी ₹1 भी निकाल लिया – Bank Fraud Without OTP
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Bank Fraud Without OTP
उस कस्टमर ने बताया की, मैंने ना तो नेटबैंकिंग के यूजरनेम और पासवर्ड बताएं और ना ही ओटीपी बताई फिर भी मेरे साथ इतना बड़ा फ्रॉड हो गया. तो आइए जानते हैं कि बिना ओटीपी के और बिना यूजरनेम पासवर्ड के इतना बड़ा फ्रॉड कैसे हो गया – ग्राहक की जुबानी
हुआ कुछ यूं था, की उस ग्राहक ने अपने किसी दूसरे मोबाइल में एक रिचार्ज किया था वह रिचार्ज सक्सेसफुल नहीं हुआ, काफी समय इंतजार करने के बाद भी जब रिचार्ज का ट्रांजेक्सन सक्सेस नहीं हुआ तो ग्राहक ने कस्टमर केयर सर्विस पर कॉल करने के बारे में सोचा
लेकिन ग्राहक के पास अपनी सर्विस प्रोवाइडर कंपनी के टोल फ्री नंबर नहीं थे इसलिए उन्होंने google पर जाकर आइडिया वोडाफोन टोल फ्री नंबर keyword से नंबर सर्च किया और बस यही से खेल शुरू हो गया
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गूगल पर जो कंपनी के टोल फ्री नंबर ग्राहक को मिले थे वह रियल में कंपनी के ना होकर किसी हैकर के थे, ऐसे में ग्राहक ने जब बात करने के लिए कंपनियों को कॉल लगाया तो वह कॉल भी उसी हैकर के पास चला गया
उस ग्राहक ने बताया कि जैसे ही मेरा कॉल रिसीव हुआ और मैंने मेरी प्रॉब्लम उसको बताइ, तो मेरे को बताया गया कि हमारे कॉल सेंटर की ओर से आपको बैक कॉल कर दी जाएगी
कुछ ही देर में मेरे मोबाइल पर एक कॉल आया और पूरी बात पूछने के बाद में बताया कि कोई टेक्निकल इश्यू है इसलिए आप एक ऐप इंस्टॉल कीजिए
ग्राहक ने उनके द्वारा बताए अनुसार एनीडेस्क App इंस्टॉल कर लिया, इसके बाद में ग्राहक को फिर से ₹10 का एक और रिचार्ज करने के लिए खा गया, उनको बताया गया कि जैसे ही आप ₹10 का रिचार्ज करोगे यह रिचार्ज और पिछला रिचार्ज एक साथ ही सक्सेसफुल हो जाएंगे
जैसे ही उस ग्राहक ने ₹10 का रिचार्ज किया, रिचार्ज के साथ ही 120000 ₹ अकाउंट में थे वह भी ट्रांसफर हो गए, ग्राहक के समझ में नहीं आ रहा कि मैंने जब ओटीपी नहीं बताई यूजरनेम नहीं बताया पासवर्ड नहीं बताए तो यह कैसे हुआ
तो आइये समझते हैं की ये बिना ओटीपी के फ्रॉड कैसे हुआ
दरअसल ग्राहक से एनीडेस्क ऐप इंस्टॉल करवाया गया था, आपको बता दूं एनीडेस्क एप एक रिमोट कंट्रोल App होता है जिस को इंस्टॉल करने के बाद आपका मोबाइल या आपके कंप्यूटर का पूरा अक्सेस अगले के पास चला जाता है और आपके कंप्यूटर या मोबाइल में कोई भी प्रोसेस होती है उसको ना केवल वह देख सकते हैं बल्कि वह अपने मोबाइल से आपके मोबाइल या कंप्यूटर को कंट्रोल भी कर सकते हैं
इसलिए अब उनके पास इस ग्राहक के मोबाइल में जो भी OTP वगैरह आ रहे थे, वह सारे उनको वहां बैठे-बैठे ही दिखाई दे रहे थे, लेकिन फिर भी पेमेंट ट्रांसफर करने के लिए उनको एक चीज की जरुरत थी और वह थी यूजरनेम और पासवर्ड जो उनके पास नहीं थे
लेकिन इसकी पूर्ति कर दी उस ₹10 की रिचार्ज ने जैसे ही ग्राहक ने ₹10 का रिचार्ज करने के लिए यूजरनेम और पासवर्ड इंटर किया, उन लोगों ने यूजरनेम और पासवर्ड भी देख लिया और बस उनका काम आसान हो गया
अब उनके पास उस ग्राहक के नेट बैंकिंग के यूजरनेम पासवर्ड और ओटीपी को देखने के लिए एनीडिस स्क्रीन थी
इस प्रकार से उस फ्रॉड गैंग ने उस ग्राहक के अकाउंट से सभी पैसे उड़ा दिए
अब देखा जाए तो ग्राहक की कोई ज्यादा बड़ी गलती नहीं थी क्योंकि उनका रिचार्ज सक्सेस नहीं हुआ था और उनको टोल फ्री नंबर पर बात करना था टोल फ्री नंबर उन्होनोने गूगल से सर्च किया था बस गलती इतनी हो गइ कि उनको उनके कहने पर वह एनीडिस ऐप इंस्टॉल नहीं करना चाहिए लेकिन काफी लोगों को ऐसे ऐप के बारे में पता नहीं होता है और फ्रॉड के शिकार हो जाते हैं
इस प्रकार के फ्रॉड को एक फैक वेबसाइट फ्रॉड कहा जाता है, और ईन्ही फैक वेबसाइट के जरिये ये फ्लोरॉड गेंग ग्राहकों के मोबाइल में Anydisk App इनस्टॉल करवाने के लिए कई प्रकार के हथकंडे अपनाते है
जैसे टोल फ्री नंबर पर बात करने के बहाने से, बिजली के बिल बकाया होने के नाम पर, बैंक केवाईसी करने के नाम पर, क्रेडिट कार्ड को बंद करने के नाम पर.. और भी ऐसे कई कारण है जिनका बहाना बनाकर यह लोग ग्राहक के मोबाइल में Anydisk App इंस्टॉल करवा देते हैं
यहां एक और बड़ी समस्या पैदा होती है, अगर किसी ऐसे मोबाइल में यह App इनस्टॉल करवा दिया जहा से इनको OTP या कुछ अन्य एसी जानकारी नहीं मिल रही है जिससे फ्रॉड किया जा सके, तो फिर यह लोग उस मोबाइल में ग्राहक का पर्सनल डाटा खंगालते हैं
और अगर इनको उसमें कोई पर्सनल संग्दिग्द फोटो या वीडियो मिल जाता है तो फिर यह लोग उसे लेकर उसको ब्लैकमेल करना शुरू कर देते हैं, और पैसे एठ लेते है
इसलिए इस प्रकार के फ्रॉड से हमेशा अपने आप को सतर्क रखे
Bank Fraud Without OTP conclusion
यह एक बैंक ग्राहक के साथ गठी की, गठना की, रियल स्टोरी थी. जो आपको भी ठगी का शिकार होने से बचा सकती है इसी प्रकार की अधिक जानकारियों के लिए आप हमारे साथ यूट्यूब (Click Here) पर जुड़ सकते हो, उम्मीद है यह आर्टिकल आपके लिए हेल्पफुल साबित होगा आपके सुझाव और कमेंट सादर आमंत्रित हैं यहां तक आकर और इसको जानने के लिए आपका आभार, आपका दिन शुभ हो
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