Mobile Heck, आज की डिजिटल दुनिया में मोबाइल केवल कॉलिंग और चैटिंग का साधन नहीं रह गया है। हमारे मोबाइल में हमारी पर्सनल फ़ोटो, बैंकिंग डिटेल्स, ज़रूरी दस्तावेज़, ई-मेल, सोशल मीडिया अकाउंट्स और ऑफिस का डेटा तक सुरक्षित रहता है।
लेकिन इस दुनिया में ऐसे लोग भी मौजूद हैं, जिन्हें हम हैकर्स के नाम से जानते हैं। हैकर्स हमारे मोबाइल को हैक करके न केवल हमारी निजी जानकारी चुरा सकते हैं, बल्कि उसका गलत इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
वे हमारे पर्सनल फ़ोटो, बैंकिंग डिटेल्स, डॉक्यूमेंट्स, ई-मेल और सोशल मीडिया अकाउंट्स को हैक करके धोखाधड़ी, ब्लैकमेलिंग और साइबर अपराध जैसी गतिविधियों में प्रयोग कर सकते हैं।
इसलिए, मोबाइल सुरक्षा (Mobile Security) आज हर इंसान के लिए बेहद ज़रूरी हो गई है।
Mobile Heck होने के संकेत
वर्तमान में Mobile Heck होना एक आम बात हो गई है। हैकर्स मोबाइल हैक करके लोगों का डेटा चुरा लेते हैं और उसका गलत इस्तेमाल करते हैं या फिर वसूली की मांग करते हैं। आइए जानते हैं कि मोबाइल हैक होने पर कौन-कौन से संकेत दिखाई देते हैं:
- माइक और कैमरा का अपने आप ऑन होना
- मोबाइल की बैटरी का जल्दी खत्म होना
- मोबाइल का लैग या हैंग होना
- मोबाइल का बहुत ज़्यादा गर्म होना
- मोबाइल का अपने आप बंद या रीस्टार्ट होना
- मोबाइल के इंटरनेट डेटा का अधिक इस्तेमाल
- अनजान नोटिफिकेशन और ऐप्स का दिखना
- कॉल के समय बैकग्राउंड में अजीब आवाज़ें आना
- अजीब पॉप-अप की आवाज़ आना
- अजीब विज्ञापन का दिखाई देना
आपका मोबाइल हैक हुआ है या नहीं, यह जानने के तरीके
आपका Mobile Heck हुआ है या नहीं, यह जानने के लिए निम्नलिखित तरीके हैं:
- अपने मोबाइल की बैटरी उपयोग रिपोर्ट देखें
- अपने मोबाइल की डेटा उपयोग रिपोर्ट देखें
- अनजान ऐप्स की सूची देखें
- सुरक्षा ऐप या एंटीवायरस ऐप्स (जैसे Avast, Kaspersky, Bitdefender) का उपयोग करें
- USSD कोड का उपयोग करें:
- *#21# इसे डायल करके अपने मोबाइल का कॉल फॉरवर्डिंग सक्रिय है या नहीं, चेक करें।
- *#06# इसे डायल करके आप अपने मोबाइल का IMEI नंबर देख सकते हैं।
- *#62# इसे डायल करके पता करें कि आपके मोबाइल के कॉल किस नंबर पर जा रहे हैं।
Mobile Heck होने पर क्या करें
यदि आपको लगता है कि आपका Mobile Heck हो गया है तो इस स्थिति में घबराएँ नहीं और नीचे दिए गए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
- फ़ोन को फ़ॉर्मेट कर दें
- संदिग्ध ऐप्स तुरंत हटा दें
- अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म जैसे Google, WhatsApp, Facebook, Banking Apps आदि के पासवर्ड बदल दें
- कॉल अग्रेषण (Call Forwarding) की जाँच करें
- मोबाइल को रीसेट कर दें
- साइबर क्राइम सेल में रिपोर्ट दर्ज कराएँ
- अपने बैंक अकाउंट को सुरक्षित कर लें
- अपने सेवा प्रदाता को सूचित करें
मोबाइल को हैक होने से कैसे बचाएं
मोबाइल फ़ोन हमारी डिजिटल पहचान बन चुका है। अगर यह हैक हो जाए, तो न सिर्फ़ हमारी निजी ज़िंदगी, बल्कि हमारी आर्थिक सुरक्षा भी ख़तरे में पड़ सकती है। इसलिए हमें अपने मोबाइल को लेकर अधिक सावधानी बरतनी होगी और उसे हैकर्स से बचाना होगा।
Mobile Heck (मोबाइल हैक) होने से बचाने के निम्नलिखित उपाय हैं:
- केवल विश्वसनीय स्रोतों से ही ऐप्स डाउनलोड करें
- मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें
- VPN का उपयोग करें
- अपने मोबाइल में 2FA और बायोमेट्रिक्स का उपयोग करें
- अपने सिम कार्ड को लॉक करके रखें
- अनजान लिंक पर क्लिक न करें
- वाई-फाई और ब्लूटूथ का उपयोग करने के बाद तुरंत बंद कर दें
- समय-समय पर अनावश्यक फ़ाइलें डिलीट करते रहें
- अपने मोबाइल में स्ट्रॉन्ग पासवर्ड का इस्तेमाल करें
- मोबाइल को समय-समय पर अपडेट करते रहें
हैकर Mobile Heck कैसे करते हैं
Mobile Heck आमतौर पर तब होता है जब कोई व्यक्ति किसी संक्रमित लिंक पर क्लिक कर देता है या फिर किसी असुरक्षित वेबसाइट पर चला जाता है। हैकर्स सोशल इंजीनियरिंग तकनीकों और तकनीकी हेरफेर का उपयोग करते हैं, जिससे वे एंड्रॉयड और आईफोन दोनों को हैक कर लेते हैं।
हैकर्स मोबाइल हैक कैसे करते हैं? जानिए:
1. फ़िशिंग
साइबर फ्रॉड में फ़िशिंग सबसे सरल तरीका है। इस फ्रॉड में स्कैमर आपके पास एक फर्जी वेबसाइट या ईमेल भेजता है, जो देखने में किसी असली संस्था, ई-कॉमर्स साइट या बैंक जैसी लगती है। जैसे ही यूज़र उस लिंक पर क्लिक करता है और उसमें मांगी गई जानकारी भरता है, स्कैमर उसका पासवर्ड, बैंक अकाउंट डिटेल और व्यक्तिगत जानकारी चुरा लेता है।
2. मैलवेयर
मैलवेयर ऐसा सॉफ़्टवेयर है, जिसे खास तौर पर नुकसान पहुँचाने, डेटा चुराने या घुसपैठ करने के लिए बनाया जाता है। ‘मैलवेयर’ शब्द Malicious (हानिकारक) और Software (सॉफ़्टवेयर) से मिलकर बना है। इसकी मदद से हैकर्स आपके डेटा को चुरा सकते हैं, उसे नष्ट कर सकते हैं और कई बार फिरौती (रैंसम) की मांग भी कर सकते हैं।
3. ओटीपी फ्रॉड
ओटीपी फ्रॉड एक साइबर हमला है, जिसमें हैकर्स फोन कॉल, मैसेज, वीडियो कॉल या ईमेल के ज़रिये यूज़र से One Time Password (OTP) हासिल कर लेते हैं। जैसे ही ओटीपी उनके पास पहुँचता है, वे अकाउंट से सारे पैसे निकाल लेते हैं।
4. नकली ऐप्स
हैकर्स ऐसी नकली ऐप्स बनाते हैं, जो दिखने में असली जैसी लगती हैं। लेकिन जैसे ही कोई यूज़र उन्हें इंस्टॉल करता है, ये ऐप्स उसका डेटा चुराकर सीधे हैकर्स तक पहुँचा देती हैं।
5. वाई-फाई और ब्लूटूथ
हैकर्स वाई-फाई और ब्लूटूथ डिवाइस को भी हैक कर सकते हैं। इसलिए अनजान वाई-फाई और ब्लूटूथ कनेक्शन से जुड़ने से बचें और अपने मोबाइल को सुरक्षित रखें।
FAQ
आपका Mobile Heck हुआ है या नहीं, यह जानने के तरीके कौनसे है ?
आपका मोबाइल हैक हुआ है या नहीं, यह जानने के लिए निम्नलिखित तरीके है :-
अपने मोबाइल की बैटरी यूज़ रिपोर्ट देखे ,अपने मोबाइल की डेटा यूज़ रिपोर्ट देखे, अनजान ऐप्स की सूचि देखे,
सुरक्षा ऐप या एंटीवायरस ऐप्स (जैसे Avast, Kaspersky, Bitdefender) का उपयोग करें, USSD कोड का उपयोग करें
मोबाइल हैक के सबसे आम लक्षण क्या हैं?
मोबाइल हैक के आम लक्ष्ण:- मोबाइल फ़ोन धीमा होना, बैटरी जल्दी खत्म होना, इंटरनेट डेटा का अत्यधिक उपयोग, अज्ञात ऐप्स का इंस्टॉल होना और स्वचालित कॉल या संदेश आना हैकिंग के संकेत हैं।
अगर हमारा Mobile Heck हो जाए तो हमें कानूनी मदद कहां से मिलेगी?
हम cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं या निकटतम साइबर अपराध पुलिस स्टेशन से संपर्क कर सकते हैं।
मैं अपने मोबाइल को हैक होने से कैसे रोक सकता हूँ?
केवल विश्वसनीय ऐप स्टोर से ही ऐप डाउनलोड करें, अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें, दो-कारक प्रमाणीकरण का उपयोग करें और अपने फोन के सॉफ्टवेयर को अपडेट रखें।
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