Flag Campaign 15 अगस्त को आजादी के 75 साल पूरे हो जाएंगे इस अवसर पर केंद्र सरकार 13 अगस्त से लेकर 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा अभियान चलाएगी, उद्देश्य है कि लगभग हर घरों की छतों पर तिरंगा फहराया जाए
सरकार का मानना है कि इस Flag Campaign से ज्यादा से ज्यादा लोग जुड़ेंगे और लोगों के अंदर एक देशभक्ति की भावना जागृत होगी वैसे भी माना जाता है की राष्ट्रीय ध्वज से लोगों का जुड़ाव सिर्फ संस्थागत रूप में है ऐसे में इस तरह के अभियान (Flag Campaign) से लोगों के बीच एक अलग मैसेज जाएगा
आजादी का अमृत महोत्सव
15 अगस्त को आजादी के 75 साल पूर्ण हो रहे है इसी शुभअवसर से पहले ही मार्च 2021 को गुजरात के साबरमती आश्रम से अमृत महोत्सव सुरु किया गया था, इस अवसर पर अनेक कार्यकर्म किये जा रहे है उसी के तहत हर घर तिरंगा अभियान चलाया जायेगा, यह अभियान 13 अगस्त से 15 अगस्त तक चलाया जायेगा
Flag Campaign क्या है
भारत को आजाद हुए 75 साल पूरे हो रहे हैं इसलिए केंद्र सरकार आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम चला रही है इसी के तहत हर घर तिरंगा अभियान चलाया जाएगा इस अभियान के तहत 13 से 15 अगस्त तक लगातार तीन दिन तक राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा सरकार ने 20 करोड लोगों के घर पर तिरंगा फहराने का लक्ष्य रखा है
20 करोड़ घरों में फहराया जायेगा तिरंगा
Flag Campaign के तहत केंद्र सरकार ने लगभग 20 करोड घरों की छतों पर तिरंगा फहराने की योजना बनाई है इस अभियान के लिए अब राज्य सरकारे या केंद्र सरकार को अपने स्तर पर उत्पादन करना पड़ेगा जिसके बाद 20 करोड़ झंडों की आपूर्ति होगी
नियमो में क्या क्या बदलाव
केंद्र सरकार ने तिरंगा फहराने से जुड़े नियमों में बदलाव भी किए हैं पुराने नियम के मुताबिक सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक झंडा फहरा सकते थे लेकिन अब नए नियमों के अनुसार रात में भी तिरंगा फहराया जा सकता है आपको बता दें कि भारत सरकार ने फ्लैग कोड 2002 नियमों में संशोधन किया है देश में झंडा फहराने प्रदर्शन या उपयोग करना, यह भारतीय झंडा संहिता अधिनियम 2002 और राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम के अंतर्गत आते हैं इसी कानून में सरकार ने 20 जुलाई को बदलाव किया है इसके बाद रात में भी अब तिरंगा फहराये रखने की आजादी मिल गई है
तिरंगे का इतिहास
22 जुलाई 1947 को संविधान सभा ने तिरंगे को राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपनाया था तिरंगे को उस समय डोमिनियन ऑफ इंडिया यानी 15 अगस्त 1947 से 26 जनवरी 1950 के बीच भारत के राष्ट्रीय ध्वज के रूप में चुना गया था
26 मई 1950 को भारत के स्वतंत्र बनने के बाद भी तिरंगे को राष्ट्रीय ध्वज माना गया तिरंगे को स्वतंत्रता सेनानी और मशहूर डिजाइनर पिंगली वेंकैया ने डिजाइन किया था तिरंगे को डिजाइन करने के लिए उन्होंने करीब 30 देशों के राष्ट्रीय ध्वज की बहुत गहराई से रिसर्च की थी
तिरंगे के सबसे ऊपर केसरिया बीच में सफेद और नीचे गहरे हरे रंग की पट्टियां बराबर अनुपात में होती है सफेद पट्टी के बीच में अशोक चक्र होता है जिसमें 24 तिलिया होती है
घरों पर तिरंगा फहराने का कब मिला अधिकार
आजादी के बाद आम आदमी को अपने घर पर तिरंगा फहराने का अधिकार नहीं था 1996 में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया कि तिरंगा फहराना देश के हर नागरिक का मौलिक अधिकार है
इस फैसले के बाद पीडी शेनॉय के नेतृत्व में एक कमेटी का गठन किया गया था 2002 में फ्लैग कोड यानी ध्वज संहिता आई, जिसमें आम आदमी को तिरंगा फहराने का अधिकार मिल गया यह प्लेगकोड 26 जनवरी 2002 से लागू हुआ था
अब तिरंगा फहराना हर नागरिक का मौलिक अधिकार है और उसका सम्मान करना मौलिक कर्तव्य, संविधान के अनुच्छेद 51 में इसका प्रावधान है या अनुछेद कहता है कि तिरंगे और राष्ट्रगान का सम्मान करना भारत के हर नागरिक का मौलिक कर्तव्य है
Flag Campaign इस अभियान में लगभग 20 करोड़ तिरंगो की जरूरत होगी जो की संख्या काफी ज्यादा है इसी की पूर्ति करने के लिए 1 अगस्त से भारत सरकार के सभी डाकघरों में तिरंगा मिलने लगेंगे अगर आप तिरंगा ऑनलाइन खरीदना चाहते हो तो आप ऑनलाइन भी तिरंगा खरीद सकते हो
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